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Showing posts from August, 2021

रक्षा बंधन

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इस बार रक्षाबंधन 474 वर्ष बाद अद्भुत 22 अगस्त 2021 इस राखी के त्योहार पर खास महा सन्ययोग बन रहा है। कयोकि अबकी बार( धनिष्ठा नक्षत्र) मे राखी मनाई जाएगी जो लोगों के लिए बहुत ही लाभकारी है रक्षाबंधन का इतिहास महाभारत के युग में मिलता है। भगवान श्री कृष्ण की एक शुतदेवी नाम की एक चाची शिशुपाल नामक विकृत बच्चे को जन्म दिया था। बड़े लोगों से पता चलता है कि बच्चा जिसके स्पर्श होने से स्वस्थ होगा उसी के हाथ मारा जाएगा। एक दिन भगवान श्रीकृष्ण उनके घर घूमने आए उसी समय शुतदेवी ने बच्चे को भगवान श्री कृष्ण के हाथ में थमा देती है और बच्चा स्वस्थ हो जाता है और सुतदेवी प्रसन्न हो जाती हैं , उसके बाद दुखी हो जाती है और भगवान श्री कृष्ण से प्रार्थना करती है कि आप कभी इसे मारेंगे नहीं। भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं ठीक है मैं 100 गलती माफ कर दूंगा उसके बाद सजा दूंगा। उसके बाद विकृत बड़ा होकर चेरी नामक राज्य का राजा बना और बड़ा क्रूर राजा और भगवान श्री कृष्ण का रिश्तेदार था और अपने राज्य में बहुत उत्पात मचाता प्रजा को परेशान करता और भगवान श्री कृष्ण की आलोचना करता और चुनौती भी देता फिर एक दिन भरी सभा में भगव...

समाज में फैल रही हैं कैंसर की तरह दुष्कर्म की घटनाएं

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  समाज में फैल रही हैं कैंसर की तरह दुष्कर्म वो एक दिन था जब इन्सान में नारायण का वाश था लेकिन आज उस इन्सान पर हैवान हावी है।एक वो दौर था जब आर्दशों नैतिक मूल्यों और संवेदनाओ से युक्त चरित्र किसी सभ्यता की नीव होते थे।लेकिन आज का सामाज तो हैवानियत पर खडा़ है,वो कल की बात थी जब इन्सान अपने इन्सानियत पर गुरूर करता था। लेकिन आज का इन्सान वो खुद से ही शर्मिन्दा है।क्योकि आज उसे अपने अन्दर के शैतान के लिये न उम्र की सीमा है न शर्म का कोई लिहाज पाँच साल की बच्ची हो य पाँच महीने की कोई फर्क नही पड़ता है। मासूमियत को तार -तार करने को हावी हो जाता है एसीघटनाएं आज हमारे समाज का हिस्सा बन चुकी है।एसीघटनाएं केवल एक खबर के रुप में अखबरों की सुर्खियां बनकर रह जाती है समाज मे आखिर क्यों एक बच्ची पलक झपकते ही अपने घर के सामने से लापता हो जाती और दो दिन बाद उसकी संदिग्ध हालत मे उसकी लाश मिलती है। बच्ची के साथ दुष्कर्म करके उसके बाद उसकी हत्या करके उसके चेहरे को ईंट प्तथरों से इस तरह खराब कर देते है। कि पहचानना मुश्किल हो जाता है और उसे नदी य तालाब मे फेक देते हैं। क्यों हमारी बच्चियां दर्द सह रही है...